आज 9 मई की देश और दुनिया की सारी खबर एक ही रिपोर्ट में

आज की देश और दुनिया की सारी खबर एक ही रिपोर्ट में
  Samachariduniya


देश:


घर पहुंचने की आस में 40 किलोमीटर पैदल चलने के बाद पटली पर सोए,मालगाड़ी गुजरी...16 की मौत


औरंगाबाद। महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में
रेलवे ट्रैक पर एक दर्दनाक हादसे में 16 प्रवासी
मजदूरों की मौत हो गई। देश को झकझोरकर रख
देने वाला यह हादसा शुक्रवार सुबह 5:15 बजे
परभणी-मनमाड सेक्शन के बदनापुर व करमाड
स्टेशन के बीच हुआ। हादसे के वक्त सभी मजदूर
रात में तकरीबन 40 किमी चलने के बाद
थककर सटाना शिवार इलाके में पटरी पर
ही सो गए और गहरी नींद में थे। मजदूरों
पर से जालना से आ रही एक मालगाड़ी
गुजर गई। सौभाग्य से चार मजदूरों की
जान बच गई, जो पटरी से कुछ दूरी पर सो रहे थे।
अपने गृह राज्य मध्य प्रदेश जाने के लिए जालना
से ये मजदूर औरंगाबाद के भुसावल जा रहे थे।
रेल मंत्रालय के मुताबिक, जालना की एसआरजे
स्टील फैक्टरी में काम करने वाले इन मजदूरों को
ट्रैक पर सोते हुए मालगाड़ी के लोको पायलट ने देख
लिया था। उसने ट्रेन रोकने की कोशिश की, हॉर्न भी
बजाया मगर तब तक हादसा हो गया। मामले की
जांच के आदेश दे दिए गए हैं। वहीं, दक्षिण-मध्य
रेलवे के प्रवक्ता सीएच राकेश ने बताया कि रेल
पटरी पर सोये 14 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो
गई थी जबकि दो मजदूरों ने अस्पताल में इलाज के
दौरान दम तोड़ दिया। एक मजदूर अस्पताल में भर्ती
है जो खतरे से बाहर है।



बचे हुए इन चार लोगों ने ट्रैक पर सो रहे अपने
साथियों को जगाने की कोशिश भी की थी, मगर
जब तक वे जागते, तब तक हादसा हो गया।
दरअसल, औरंगाबाद से बृहस्पतिवार को मध्य प्रदेश
के कुछ जिलों के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना

हुई थी। इसी वजह से जालना से ये मजदूर औरंगाबाद जा रहे थे। मजदूर मध्य प्रदेश के शहडोल और
उमरिया के बताए जा रहे हैं। वहीं, मध्य प्रदेश
और महाराष्ट्र सरकार ने मृतकों के परिजन को
5-5 लाख रुपये की सहायता देने का एलान
किया है। ।


जिस रोटी की तालाश में निकले थे...वे पटरियों पर बिखरी पड़ी थी


पटरी के पास का सुबह का मंजर डराने वाला था। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों और वीडियो में पटरी पर हर तरफ लाशें नजर आ
रही थीं। जिस रोटी की तलाश में ये मजदूर घर से निकले थे, वह उनके बेजान शरीर के पास बिखरी नजर आईं। पटरी पर ही रोटियों के
साथ इन लोगों का सामान, चप्पलें इधर-उधर फैली नजर आई। आसपास के लोग दूर से ही वीडियो बना रहे थे। इतने भयानक मंजर
के पास जाने की कोई हिम्मत नहीं कर पाया। खामोश पटरियों पर मौत का सन्नाटा पसरा देख सबकी आंखें नम हो गईं।

सड़क पर था पुलिस का पहरा 
तो पटरियों पर ही चल पड़े थे 


ये प्रवासी मजदूर लॉकडाउन
के चलते अपनी रोजी-रोटी
गंवा बैठे थे। जहां रह रहे थे,
वहां भी खाने के लाले पड़
गए थे। ऐसे में वे घरों को
लौट रहे थे। वहीं, लॉकडाउन
में सड़क पर पुलिस का पहरा
था। ऐसे में मजदूरों ने रेल की
पटरियों पर चलना ही सुरक्षित
समझा। चलते-चलते थक
गए तो उन्होंने रेल की पटरियों
को ही बिना सोचे-समझे
अपना बिस्तर बना लिया।



5 मई को निकले थे

5 मई को मजदूर जालना से
चले। पहले ये सभी सड़क
के रास्ते आ रहे थे लेकिन
औरंगाबाद के पास आते हुए
इन्होंने रेलवे ट्रैक के साथ
चलना शुरू किया।

शोध लॉकडाउन ने ले ली 338 जान


एक शोध में दावा किया गया है कि देशव्यापी
बंदी के बीच 19 मार्च से दो मई के बीच 338
मौतें हुई है, जो लॉकडाउन से जुड़ी हुई हैं।
• अध्ययन के अनुसार, आंकड़े बताते हैं कि 80
लोगों ने अकेलेपन से घबरा कर और संक्रमित
पाए जाने के भय से खुदकुशी कर ली।


•इसके बाद मरने वालों का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
प्रवासी मजदूरों का। बंद के दौरान जब ये अपने
घरों को लौट रहे थे तो विभिन्न सड़क दुर्घटनाओं
में 51 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई।


•विड्रॉल सिम्टम्स (शराब नहीं मिलने से) से
45 लोगों की मौत हो गई और भूख एवं
आर्थिक तंगी से 36 लोगों की जान गई।

____________________________________

हर तीन में से एक संक्रमित हो रहा स्वस्थ 

नई दिल्ली। बढ़ते संक्रमण के बीच राहत की
बात यह है कि देश में हर तीसरा मरीज स्वस्थ
होकर अपने घर लौट रहा है। संक्रमण
से ठीक होने की रिकवरी दर
लगातार बढ़ते हुए 29.36 फीसदी ।
हो चुकी है। अब तक देश में ..
मिलकर लड़ेंगे
16,540 मरीजों को अस्पताल से .
कोरोना
से जग
छुट्टी दी जा चुकी है। इसी के
साथ ही शुक्रवार तक देश में मरीजों
की संख्या 56,342 हो चुकी है, जबकि
1,886 लोगों ने अपनी जान गंवा दी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव
लव अग्रवाल ने बताया कि एक दिन में 3,390
नए केस आए हैं। 103 की मौत हो गई, जबकि
1,273 ठीक हो चुके हैं। एम्स दिल्ली के
निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया के जून-जुलाई में
संक्रमण का चरम आने के बयान पर अग्रवाल
ने कहा, अगर हम नियमों का पालन करते हैं तो
संभव है कि देश में संक्रमण का चरम आए ही
नहीं। संक्रमण का ग्राफ अभी स्थिर बना हुआ है।




उत्तर प्रदेश के 68 ज़िलों तक पहुंचा वायरस 9 ज़िले मुक्त हुए,155 नए संक्रमित

लखनऊ। कोरोना वायरस प्रदेश के 68
जिलों तक पहुंच चुका है। शुक्रवार को
मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धी हुई।
155 नए केस मिले हैं। आगरा, में 36,
मेरठ 12 नए मरीज मिले हैं। प्रमुख
सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य
अमित मोहन प्रसाद ने बताया
मिलकर है-
कि अब प्रदेश में कोविड-190कोरा
का संक्रमण 68 जिलों तक सेज
फैल गया है, लेकिन इनमें से 9
जिले कोरोना मुक्त हो गए हैं।
प्रदेश में शुक्रवार दोपहर तक 1387 मरीजों
को डिस्चार्ज किया जा चुका, जबकि कुल
66 मरीजों की मौत हुई है। 


यूपी में 3071 केस 1250 हुए ठीक
____________________________________

देवबंद: लॉक डाउन का पालन कराने गई पुलिस टीम पर हमला,पथराव में 4 घायल


'देवबंद(सहारनपुर)। मोहल्ला
पठानपुरा में बृहस्पतिवार की रात्रि
लॉकडाउन का पालन कराने गई
पुलिस पर कुछ युवकों ने हमला
कर दिया। इसमें एक होमगार्ड समेत
चार पुलिसकर्मी घायल हो गए।
बचाव में गई फोर्स पर भी भीड़ ने
पथराव किया। बाद में पुलिस ने
लाठियां फटकार कर भीड़ को
तितर-बितर कर घरों में भेजा।
नगर के मोहल्ला पठानपुरा रेती
चौक में बृहस्पतिवार की रात्रि पौने
11 बजे सिपाही दीपक चौधरी व
होमगार्ड विकास कुमार बाइक से
गश्त पर थे। वहां खड़े कुछ युवकों
को सिपाही ने जब घर में जाने को
कहा तो आरोप है उन्होंने पुलिस पर
हमला कर दिया और बाइक तोड़
डाली। सूचना पर पहुंचे प्रभारी
निरीक्षक यज्ञ दत्त शर्मा ने भीड़ को
समझाने का प्रयास किया, लेकिन
भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर
दिया। इसके बाद पुलिस ने लाठियां
फटकारते हुए सभी को घरों में
भेजा। पूर्व विधायक माविया अली
व पालिका चेयरमैन जियाउद्दीन
अंसारी और उनके पुत्र जमाल
अंसारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने
हंगामा कर रहे लोगों को समझा-
बुझाकर मामला शांत कराया। लोगों
का आरोप था कि पुलिसकर्मी
रोजाना उन्हें परेशान व मारपीट
करते हैं। बहस्पतिवार को भी
पुलिसकर्मियों ने जब महिलाओं के
साथ मारपीट की तो उन्होंने इसका
विरोध किया गया। रेलवे रोड चौकी
प्रभारी रोबिन मलिक ने पुलिस पर
हुए हमले के मामले में मोहल्ला
पठानपुरा निवासी सभासद मजाहिर
हसन उर्फ भोला, उसके पुत्र
मो.जाकिर और आरिफ समेत अन्य
न 50 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
र कराई है। कोतवाल यज्ञदत्त शर्मा ने
मां बताया की एक आरोपी को हिरासत
में में लिया गया है।
नी पुलिसकर्मियों पर अभद्रता के
न आरोप निराधारे हैं। हमले में सिपाही
ल दीपक,कुलदीप, कमल व होमगार्ड
ने विकास चंद्र घायल हुए हैं जिन्हें
- उपचार के लिए जिला चिकित्सालय
में  भरती कराया है।



Fmvcktkttg
श्रमिकों के खिलाफ साजिश पर इस्तफा दे सरकार:अखिलेश 



लखनऊ। सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव ने श्रम कानूनों को स्थगित कर
मजदूरों के शोषण के रास्ते खोलने और श्रमिकों के
खिलाफ साजिश के लिए प्रदेश की भाजपा सरकार
से इस्तीफा मांगा है। उन्होंने कहा कि भाजपा
सरकार कोरोना संकट का
इस्तेमाल अपने व आरएसएस के
पूंजीघरानों को संरक्षण देने और
गरीब, दलित, पिछड़ों व समाज
केकमजोर वर्ग के लोगों की
जिंदगी में और ज्यादा परेशानियां पैदा करने पर
उतारू हो गई है। भाजपा सरकार की जनविरोधी
हरकतों से जनता में गहरा आक्रोश व्याप्त है।
अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा
सरकार ने अध्यादेश के जरिये मजदूरों को शोषण
से बचाने वाले श्रम कानूनों के अधिकांश प्राविधानों
को तीन साल के लिए स्थगित कर दिया है। यह

बेहद आपत्तिजनक और अमानवीय है। 




अब भाषा विवि के नाम से जाना जाएगा उर्दू 
विवि



लखनऊ। ख्वाजा मोईनददीन चिश्ती
उर्दू, अरबी-फारसी यूनिवर्सिटी अब
ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती भाषा
विश्वविद्यालय के नाम से जानी
जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग ने इसकी
अधिसूचना जारी कर दी है। विवि
प्रशासन ने इस पर जताई खुशी है।
आधा दर्जन नई भाषाओं की पढ़ाई
के साथ विवि के नए सत्र 2020-21
की शुरुआत होगी। पिछले दिनों प्रदेश
सरकार की कैबिनेट ने विश्वविद्यालय
के नाम संशोधन पर मुहर लगाई थी,
जिसके बाद अन्य औपचारिकता पूरी
की गई। कुलपति प्रो. माहरुख मिर्जा ने
इसके लिए राज्यपाल व कुलाधिपति
| आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश
शर्मा को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा
कि नाम की वजह से विवि को लेकर
कई तरह की भ्रांति थी, जो अब दूर हो
जाएगी। बताया कि अभी यूनिवर्सिटी में
हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, अरबी, फारसी भाषा
की पढ़ाई होती है। संस्कृत की पढ़ाई
शुरू की गई थी, लेकिन इसमें प्रवेश
- नहीं हुए। नए सत्र में पाली, प्राकृत,
बांग्ला, तमिल, तेलगू के साथ चाइनीज,
भूटानी, पोस्टो, फ्रेंच, जर्मन, जापानी,
-स्पैनिश, टर्किश, इटैलियन, कोरियन
भाषा की भी पढ़ाई शुरू होगी।
____________________________________

251 विशेष ट्रेनों से 3 लाख लोगों की घर वापसी



नई दिल्ली। गृहमंत्रालय ने
लाकडाउन के दौरान रेलवे ने 251
स्पेशल टेनों से 1 मई से देश के विभिन्न
हिस्सों में फंसे करीब 3 लाख से ज्यादा
मजदूरों व अन्य को उनके गंतव्य स्थाना
तक पहंचाया। मंत्रालय की संयुक्त सचिव
पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने शुक्रवार को प्रेस
कांफ्रेंस में कहा, सरकार की कोशिश
लॉकडाउन दिशानिर्देशों में ज्यादा से ज्यादा
छट देकर लोगों को राहत देना है। इसी के
सरकार ने प्रवासी मजदूरों, छात्रों,
श्रदालओं और पर्यटकों को उनके घर तक
पहंचाने के लिए विशेष ट्रेनें चलाईं।
सरकार का अगला कदम विदेश में फंसे
लोगों को वापस लाना है। 7 मई से शुरू
इस प्रक्रिया के तहत वाणिज्यिक उड़ानों
और नौसेना के जहाजों से यात्रियों को लाने
की व्यवस्था की गई है। आईएनएस
जलाश्वा ने शुक्रवार को मालदीव से 700
भारतीयों को लेकर यात्रा शुरू की है और
10 मई को रात को यह कोच्चि के तट पर
पहुंचेगा। 354 यात्रियों को लेकर अबू
धाबी से कोझिकोड और दुबई से कोच्चि
विमान बृहस्पतिवार को पहुंचे थे।
श्रीवास्तव ने कहा, मानक संचालन
प्रक्रिया (एसओपी) के मुताबिक विदेशों में -
फंसे भारतीयों को भारतीय दूतावास व
उच्चायोग के पास रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
गर्भवती महिलाएं, छात्र, मेडिकल इमरजेंसी
और जिन लोगों को वीजा खत्म हो चुका
है, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। उड़ानों व
जहाज में सवार होने से पहले यात्रियों की
स्क्रीनिंग की जाएगी और बिना लक्षण वाले

यात्रियों को ही अनुमति दी जाएगी।

____________________________________



विदेश:


दुनिया में पाच में से मजदूर लॉकडाउन होने से है प्रभावित 


कोरोना महामारी और
लॉकडाउन के बीच सबसे कठिन
जीवन उनका है जिनके पास दो वक्त
को रोटी जुटाने का कोई सहारा नहीं है।
दुनिया में हर पांच में चार मजदूर
प्रभावित हैं। ऐसे परिवारों की संख्या भी
तेजी से बढ़ रही है जो पहले से ज्यादा
अब भुखमरी की कगार पर हैं।
लॉकडाउन के चलते कुछ काम करने
की स्थिति नहीं हैं जिससे उनका जीवन
और तंगहाल होता जा रहा है।
इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन
(आईएलओ) के अनुसार, दुनियाभर
के कामगारों में पांच में से चार मजदूर
लॉकडाउन में काम बंद होने के चलते
प्रभावित हैं।


बेबस हुआ अमेरिका.…एक दिन में 2566 मौते,12.95 लाख पीड़ित


वाशिंगटन। सुपरपॉवर
कहा जाने वाला
मिलकर ल
अमेरिका इन दिनों
कोरो
कोरोना महामारी के
चलते बेबस हो चुका
सेज
है। हालांकि राष्ट्रपति
अभी भी आगामी चुनावों
को देखते हुए कमजोर पड़ते दिखना
नहीं चाहते लेकिन वे अपने दफ्तर में
भारतीय विधि-विधान से पूजा करा रहे हैं।
पिछले 24 घंटे में देश में 2,566 लोगों की
मौत हो गई जबकि कुल मौतों का आंकड़ा
77000 को पार कर गया है। कुल
संक्रमित 13 लाख से ज्यादा हो गए हैं।
अगर दुनियाभर की बात करें तो इस
वायरस के 3,979,582 मरीज सामने
आए हैं और 2,74,115 की मौत हो चुकी
है। कोरोना से होने वाली मौत के मामले में
ब्रिटेन, इटली और स्पेन से आगे निकलकर
अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर पहुंच गया
है। ब्रिटेन में कोरोना से अब तक 31,000
लोग जान गंवा चुके हैं। उधर, गर्म महाद्वीप
अफ्रीका में भी हालात खतरनाक होते जा
रहे हैं। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक संक्रमण
से यदि सख्ती के साथ नहीं निपटा गया तो
अफ्रीका में 83 हजार से 1.90 लाख लोग
तक मारे जाते हैं जबकि संक्रमण की
संख्या 2.9 करोड़ से 4.4 करोड़ तक
पहुंच सकती है।न्यूयॉर्क में पुलिस कर रही बल प्रयोग: न्यूयॉर्क शहर में सामाजिक दूरी
का पालन कराने के लिए गठित विशेष
पुलिस बल द्वारा लोगों के साथ मारपीट के
कुछ वीडियो सामने आए हैं, जिसके
खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है।
वीडियो में एक पलिस अधिकारी एक
अश्वेत व्यक्ति के पीछे भागते हुए दिख
रहा है। मुंह के बल उसे जमीन पर गिरा
देता है। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने
सामाजिक दूरी का पालन करवाने के लिए
पुलिस के इस्तेमाल को रोकने को कहा है।
हालांकि मेयर बिल डे ब्लासिओ ने इससे
इंकार कर दिया है।







Comments

Popular posts from this blog

देश और दुनिया की तमाम खबर एक ही रिपोर्ट में

What is Eid-ul-fitr,why Eid is celebrated, meaning of Eid